मजाल है कोई मुझे तुझसे जुदा कर दे
मजाल है कोई मुझे तुझसे जुदा कर दे
जहां भी जाए कि तुझे सदा दूंगा
तेरी गलियों में खड़ा हूं देर से मगर
किसी ने पूछ लिया तो क्या जवाब दूंगा
यूं ही उदास रहा मैं तो देखना एक दिन
तमाम शहर में तन्हाईयां बिछा दूंगा
बुलाऊंगा न मिलूंगा ना खत लिख लूंगा तुझे
तेरी खुशियों के लिए खुद को यह सजा दूंगा
अभी तो रात है कुछ देर सो लो "साजन"
कोई बुलाएगा तो मैं तुझे जगा दूंगा
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