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इनकम टैक्स डिार्टमेंट आपके PAN कार्ड से कैसे जानता है, आपकी कुंडली

अगर आपके पास परमानेंट अकाउंट नंबर यानी PAN कार्ड है और अगर आप सोचते हैं कि टैक्स चोरी करके या गलत फाइलिंग दिखाकर या फिर टैक्स रिटर्न फाइल न करके बच सकते हैं तो यह आपकी गलतफहमी है. अगर आपकी सालाना टैक्‍सेबल इनकम 2.5 लाख रुपए से ज्यादा है तो income tax act के मौजूदा नियमों के तहत आयकर रिटर्न भरना जरूरी है. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इसमें जुर्माने के साथ कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान है. इनकम टैक्‍स विभाग पैन कार्ड के जरिए आपके बड़े ट्रांजेक्‍शन पर भी नजर रखता है.  अब अगर आप कार खरीदते या बेचते हैं तो आपको अपना परमानेंट अकाउंट नंबर यानी पैन देना होगा. आपकी पैन डिटेल से सरकार यह जान जाएगी कि आपने कार खरीदी या बेची है.  नए नियमों के तहत अब आपको 10  लाख रुपए से अधिक की अचल संपत्ति जैसे फ्लैट या प्‍लॉट खरीदने या बेचने पर पैन नंबर देना होता है. ऐसे में सरकार को यह पता चल जाएगा कि आपने 10 लाख रुपए से अधिक की प्रॉपर्टी खरीदी या बेची है. अब अगर आप इनकम टैक्‍स रिटर्न फाइल नहीं कर रहे हैं तो इनकम टैक्‍स विभाग आपसे पूछेगा कि प्रॉपर्टी खरीदने के लिए आपके पास पैसा कहां से आया. और आप इनकम टैक्‍स रिट

वैलेंटाइन डे

संत वैलेंटाइन की स्मृति में 14 फरवरी को प्रेम दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन अपनी प्रेयसी के समक्ष अपने प्यार के इजहार का दिन है। दिल की गहराइयों में डूबकर प्यार बांटने का दिन है। यह प्रतीकात्मक पर्व हमें सच्चे प्रेम और समर्पण की प्रेरणा देता है। प्रेम दिवस, प्रेम महोत्सव या वैलेंटाइन डे का सर्वाधिक महत्व प्रेमी - प्रेमिका के लिए होता है। खासकर नव अंकुरित प्रेमी जोड़े के लिए। यह दिन मूलत एक प्रेम अनुभव का दिन है, क्योंकि इसी दिन प्यार के मसीहा संत वैलेंटाइन को मृत्युदंड दिया गया था। वह दिन था 14 फरवरी 269 ईसवी। अलग अलग लोगों के अनुसार उनकी इस सजा के दो कारण थे । पहली, यह कि वे एक अंधी लड़की से प्रेम करते थे, जिसका पता चलने पर लड़की के जेलर पिता ने उन्हें मौत की सजा सुना दी।  दूसरी, सम्राट क्लॉडियस के सैनिकों एवं अधिकारियों के विवाह पर प्रतिबंध के बावजूद विद्रोह कर कई सैनिक अफसर फौजियों की इस पादरी वैलेंटाइन ने शादी करवा दी। तो प्रथा के अनुसार इनकी शादी कराने वाले पादरी को भी मौत की सजा दी गई।  इसीलिए इस दिन को प्रेम उत्सव के रूप में मनाना शुरू कर दिया गया। 17 वी शादी में इंग्लैं

प्रेम तो गंगा की तरह पवित्र है

प्रेम तो गंगा की तरह पवित्र है अश्लीलता और वासना ने इसे मैला कर दिया। सच्चे प्रेमियों की दीवानगी ने इसे किस्मत की उन बुलंदियों पर पहुंचा दिया जहां यह संगम कहलाया और दर्शनीय हो गया। त्रिकोणीय प्रेम में जहां त्याग आया वहां यह सरस्वती की तरह अदृश्य हो गया । मन ही मन मैं पैदा हुआ और मन में ही मन में मर गया। प्रेम की भावनाओं में नहा कर इंसानी रूह जिंदगी के रहस्यों से रिहा होकर खुदा ही तो बन जाती है।  प्रेम तो गंगा की तरह पवित्र है। अश्लीलता  और वासना ने इसे मैंला कर दिया । सच्छे प्रेमियों की दीवानगी ने इसे किस्मत की उन बुलंदियों पर पहुंचाया, जहां यह संगम कहलाया और दर्शनीय हो गया। त्रिकोणीय प्रेम में जहां त्याग आया, वहां यह सरस्वती की तरह अदृश हो गया। मन ही मन में पैदा हुआ और मन में ही मर भी गया ।प्रेम की भावना होने में नहा कर इश्क की रूह जिंदगी के रहस्यों से रिहा होकर खुदा ही तो बन जाती है। "मुहाबत में नहीं है फ़र्क जीने और मरने का उसी को देख कर जीते हैं जिस काफिर पर दम निकले" इश्क, प्रेम, प्यार, मुहब्बत, आशिकी, दीवानगी। किसी ने इसे रास्ते का पत्थर बताया तो किसी ने उल्फत का मंदिर।

10% Rate Applicable in EPF

PRESENT RATES OF CONTRIBUTION    10% rate is applicable for    Any establishment in which less than 20 employees are employed.  Any sick industrial company and which has been declared as such by the Board for Industrial and Financial        Reconstruction  Any establishment which has at the end of any financial year, accumulated losses equal to or exceeding its entire net worth and  Any establishment in following industries:- (a)    Jute (b) Beedi (c) Brick (d) Coir and (e) Guar gum Factories.    ## Contribution is rounded to the nearest rupee for each employee, for the employee share, pension contribution and EDLI contribution. The Employer Share is difference of the EE Share (payable as per statute) and Pension Contribution.    !!  Monthly  payable  amount  under  EPF Administrative charges is  rounded to the nearest rupee and a minimum of Rs 500/- is payable. Note:-  If the establishment has no contributory member in the month, the minimum administrative   charge will be Rs 75/-

TDS में 25 फीसदी कटौती

सैलरीड क्‍लास को सरकार की बड़ी राहत TDS में 25 फीसदी कटौती वित्त मंत्री ने बताया कि स्रोत पर कर कटौती या टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) की दरों में 25 फीसदी की कमी की जाएगी. यह कमीशन, ब्रोकरेज या अन्य सभी तरह के पेमेंट पर लागू होगा. टीडीएस दरों में कमी आज यानी 13 मई से ही लागू हो गई है और मार्च 2021 तक रहेगी. उदाहरण के तौर पर अगर किसी का 100 रुपये का टीडीएस/टीसीएस बनता है तो उसे 75 रुपये ही देने होंगे. टीडीएस विभिन्न तरह के इनकम सोर्स पर काटा जाता है. मसलन, सैलरी, किसी निवेश पर मिले ब्याज या कमीशन आदि पर टीडीएस काटा जाता है. कोई भी संस्थान (जो टीडीएस के दायरे में आता है) जो भुगतान कर रहा है, वह एक निश्चित रकम टीडीएस के रूप में काटता है.I यह वेतनभोगी व्यक्तियों पर लागू नहीं होगा I

बैंक ओवरड्राफ्ट की फैसिलिटी

पूरी दुनिया में इस समय कोरोना वायरस से हाहाकार मचा हुआ है। कोरोनाग्रस्त इकॉनमी में कई लोगों के खाते खाली हो गए हैं, सारी बचत हवा हो गई है। वहीं दूसरी ओर इन विषम परिस्तिथियों में दोस्त-रिश्तेदारों से भी मदद नहीं मिल रही है। अगर आपके पास भी पैसे खत्म हो गए हैं तो परेशान न हों। इस बुरे समय में आप बैंक की ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी का प्रयोग कर सकते हैं।  सरकारी और निजी बैंक ओवरड्राफ्ट की फैसिलिटी देते हैं. ज्यादातर बैंक करंट अकाउंट, सैलरी अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर यह सुविधा देते हैं। कुछ बैंक शेयर, बॉन्ड और बीमा पॉलिसी जैसे एसेट के एवज में भी ओवरड्राफ्ट की सुविधा देते हैं। इस फैसिलिटी के तहत बैंक से आप अपनी जरूरत का पैसा ले सकते हैं और बाद में यह पैसा चुका सकते हैं। ओवरड्राफ्ट दो तरह के होते हैं। एक सिक्योर्ड, दूसरे अनसिक्योर्ड। सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट वह है, जिसके लिए सिक्योरिटी के तौर पर कुछ गिरवी रखा जाता है। आप एफडी, शेयर्स, घर, सैलरी, इंश्योरेंस पॉलिसी, बॉन्ड्स आदि जैसे चीजों पर ओवरड्राफ्ट हासिल कर सकते हैं। इसे आसान भाषा में एफडी या शेयर्स पर लोन लेना भी कहते हैं। ऐसा करने पर ये चीजें

Loyalty-cum-Life इंश्योरेंस

Loyalty-cum-Life   Loyalty-cum-Life इंश्योरेंस के तहत 5,000 रुपये तक की बेसिक सैलरी वाले लोगों को 30,000 रुपये का लाभ मिल सकेगा. जिनकी बेसिक सैलरी 5,001 रुपये से लेकर 10,000 रुपये के बीच होगी, वो 40,000 रुपये के लाभ के लिए योग्य होंगे. वहीं, अगर किसी कर्मचारी की मासिक बेसिक सैलरी 10,000 रुपये से अधिक है तो उन्हें 50,000 रुपये के लाभ का लाभ मिलेगा. EPFO सब्सक्राइबर्स को इसका लाभ लेने का सबसे बेहतर तरीका ये है कि अगर वो अपनी नौकरी बदलते भी हैं तो एक ही EPF अकाउंट को जारी रखें. इसके लिए आपको अपने पुराने नियोक्ता और मौजूदा नियोक्ता को जानकारी देनी होती है. आमतौर पर नौकरी करते समय पीएफ​ विड्रॉल (PF Withdarwal) नहीं करने की सलाह दी जाती है. सब्सक्राइबर्स को इससे इनकम टैक्स समेत रिटायरमेंट फंड में नुकसान हो सकता है. इससे उन्हें पेंशन बेनिफिट और लॉयल्टी का भी नुकसान होता है.