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Showing posts from May, 2020

इनकम टैक्स डिार्टमेंट आपके PAN कार्ड से कैसे जानता है, आपकी कुंडली

अगर आपके पास परमानेंट अकाउंट नंबर यानी PAN कार्ड है और अगर आप सोचते हैं कि टैक्स चोरी करके या गलत फाइलिंग दिखाकर या फिर टैक्स रिटर्न फाइल न करके बच सकते हैं तो यह आपकी गलतफहमी है. अगर आपकी सालाना टैक्‍सेबल इनकम 2.5 लाख रुपए से ज्यादा है तो income tax act के मौजूदा नियमों के तहत आयकर रिटर्न भरना जरूरी है. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इसमें जुर्माने के साथ कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान है. इनकम टैक्‍स विभाग पैन कार्ड के जरिए आपके बड़े ट्रांजेक्‍शन पर भी नजर रखता है.  अब अगर आप कार खरीदते या बेचते हैं तो आपको अपना परमानेंट अकाउंट नंबर यानी पैन देना होगा. आपकी पैन डिटेल से सरकार यह जान जाएगी कि आपने कार खरीदी या बेची है.  नए नियमों के तहत अब आपको 10  लाख रुपए से अधिक की अचल संपत्ति जैसे फ्लैट या प्‍लॉट खरीदने या बेचने पर पैन नंबर देना होता है. ऐसे में सरकार को यह पता चल जाएगा कि आपने 10 लाख रुपए से अधिक की प्रॉपर्टी खरीदी या बेची है. अब अगर आप इनकम टैक्‍स रिटर्न फाइल नहीं कर रहे हैं तो इनकम टैक्‍स विभाग आपसे पूछेगा कि प्रॉपर्टी खरीदने के लिए आपके पास पैसा कहां से आया. और आप इनकम टैक्‍स रिट

वैलेंटाइन डे

संत वैलेंटाइन की स्मृति में 14 फरवरी को प्रेम दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन अपनी प्रेयसी के समक्ष अपने प्यार के इजहार का दिन है। दिल की गहराइयों में डूबकर प्यार बांटने का दिन है। यह प्रतीकात्मक पर्व हमें सच्चे प्रेम और समर्पण की प्रेरणा देता है। प्रेम दिवस, प्रेम महोत्सव या वैलेंटाइन डे का सर्वाधिक महत्व प्रेमी - प्रेमिका के लिए होता है। खासकर नव अंकुरित प्रेमी जोड़े के लिए। यह दिन मूलत एक प्रेम अनुभव का दिन है, क्योंकि इसी दिन प्यार के मसीहा संत वैलेंटाइन को मृत्युदंड दिया गया था। वह दिन था 14 फरवरी 269 ईसवी। अलग अलग लोगों के अनुसार उनकी इस सजा के दो कारण थे । पहली, यह कि वे एक अंधी लड़की से प्रेम करते थे, जिसका पता चलने पर लड़की के जेलर पिता ने उन्हें मौत की सजा सुना दी।  दूसरी, सम्राट क्लॉडियस के सैनिकों एवं अधिकारियों के विवाह पर प्रतिबंध के बावजूद विद्रोह कर कई सैनिक अफसर फौजियों की इस पादरी वैलेंटाइन ने शादी करवा दी। तो प्रथा के अनुसार इनकी शादी कराने वाले पादरी को भी मौत की सजा दी गई।  इसीलिए इस दिन को प्रेम उत्सव के रूप में मनाना शुरू कर दिया गया। 17 वी शादी में इंग्लैं

प्रेम तो गंगा की तरह पवित्र है

प्रेम तो गंगा की तरह पवित्र है अश्लीलता और वासना ने इसे मैला कर दिया। सच्चे प्रेमियों की दीवानगी ने इसे किस्मत की उन बुलंदियों पर पहुंचा दिया जहां यह संगम कहलाया और दर्शनीय हो गया। त्रिकोणीय प्रेम में जहां त्याग आया वहां यह सरस्वती की तरह अदृश्य हो गया । मन ही मन मैं पैदा हुआ और मन में ही मन में मर गया। प्रेम की भावनाओं में नहा कर इंसानी रूह जिंदगी के रहस्यों से रिहा होकर खुदा ही तो बन जाती है।  प्रेम तो गंगा की तरह पवित्र है। अश्लीलता  और वासना ने इसे मैंला कर दिया । सच्छे प्रेमियों की दीवानगी ने इसे किस्मत की उन बुलंदियों पर पहुंचाया, जहां यह संगम कहलाया और दर्शनीय हो गया। त्रिकोणीय प्रेम में जहां त्याग आया, वहां यह सरस्वती की तरह अदृश हो गया। मन ही मन में पैदा हुआ और मन में ही मर भी गया ।प्रेम की भावना होने में नहा कर इश्क की रूह जिंदगी के रहस्यों से रिहा होकर खुदा ही तो बन जाती है। "मुहाबत में नहीं है फ़र्क जीने और मरने का उसी को देख कर जीते हैं जिस काफिर पर दम निकले" इश्क, प्रेम, प्यार, मुहब्बत, आशिकी, दीवानगी। किसी ने इसे रास्ते का पत्थर बताया तो किसी ने उल्फत का मंदिर।

10% Rate Applicable in EPF

PRESENT RATES OF CONTRIBUTION    10% rate is applicable for    Any establishment in which less than 20 employees are employed.  Any sick industrial company and which has been declared as such by the Board for Industrial and Financial        Reconstruction  Any establishment which has at the end of any financial year, accumulated losses equal to or exceeding its entire net worth and  Any establishment in following industries:- (a)    Jute (b) Beedi (c) Brick (d) Coir and (e) Guar gum Factories.    ## Contribution is rounded to the nearest rupee for each employee, for the employee share, pension contribution and EDLI contribution. The Employer Share is difference of the EE Share (payable as per statute) and Pension Contribution.    !!  Monthly  payable  amount  under  EPF Administrative charges is  rounded to the nearest rupee and a minimum of Rs 500/- is payable. Note:-  If the establishment has no contributory member in the month, the minimum administrative   charge will be Rs 75/-

TDS में 25 फीसदी कटौती

सैलरीड क्‍लास को सरकार की बड़ी राहत TDS में 25 फीसदी कटौती वित्त मंत्री ने बताया कि स्रोत पर कर कटौती या टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) की दरों में 25 फीसदी की कमी की जाएगी. यह कमीशन, ब्रोकरेज या अन्य सभी तरह के पेमेंट पर लागू होगा. टीडीएस दरों में कमी आज यानी 13 मई से ही लागू हो गई है और मार्च 2021 तक रहेगी. उदाहरण के तौर पर अगर किसी का 100 रुपये का टीडीएस/टीसीएस बनता है तो उसे 75 रुपये ही देने होंगे. टीडीएस विभिन्न तरह के इनकम सोर्स पर काटा जाता है. मसलन, सैलरी, किसी निवेश पर मिले ब्याज या कमीशन आदि पर टीडीएस काटा जाता है. कोई भी संस्थान (जो टीडीएस के दायरे में आता है) जो भुगतान कर रहा है, वह एक निश्चित रकम टीडीएस के रूप में काटता है.I यह वेतनभोगी व्यक्तियों पर लागू नहीं होगा I

बैंक ओवरड्राफ्ट की फैसिलिटी

पूरी दुनिया में इस समय कोरोना वायरस से हाहाकार मचा हुआ है। कोरोनाग्रस्त इकॉनमी में कई लोगों के खाते खाली हो गए हैं, सारी बचत हवा हो गई है। वहीं दूसरी ओर इन विषम परिस्तिथियों में दोस्त-रिश्तेदारों से भी मदद नहीं मिल रही है। अगर आपके पास भी पैसे खत्म हो गए हैं तो परेशान न हों। इस बुरे समय में आप बैंक की ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी का प्रयोग कर सकते हैं।  सरकारी और निजी बैंक ओवरड्राफ्ट की फैसिलिटी देते हैं. ज्यादातर बैंक करंट अकाउंट, सैलरी अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर यह सुविधा देते हैं। कुछ बैंक शेयर, बॉन्ड और बीमा पॉलिसी जैसे एसेट के एवज में भी ओवरड्राफ्ट की सुविधा देते हैं। इस फैसिलिटी के तहत बैंक से आप अपनी जरूरत का पैसा ले सकते हैं और बाद में यह पैसा चुका सकते हैं। ओवरड्राफ्ट दो तरह के होते हैं। एक सिक्योर्ड, दूसरे अनसिक्योर्ड। सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट वह है, जिसके लिए सिक्योरिटी के तौर पर कुछ गिरवी रखा जाता है। आप एफडी, शेयर्स, घर, सैलरी, इंश्योरेंस पॉलिसी, बॉन्ड्स आदि जैसे चीजों पर ओवरड्राफ्ट हासिल कर सकते हैं। इसे आसान भाषा में एफडी या शेयर्स पर लोन लेना भी कहते हैं। ऐसा करने पर ये चीजें

Loyalty-cum-Life इंश्योरेंस

Loyalty-cum-Life   Loyalty-cum-Life इंश्योरेंस के तहत 5,000 रुपये तक की बेसिक सैलरी वाले लोगों को 30,000 रुपये का लाभ मिल सकेगा. जिनकी बेसिक सैलरी 5,001 रुपये से लेकर 10,000 रुपये के बीच होगी, वो 40,000 रुपये के लाभ के लिए योग्य होंगे. वहीं, अगर किसी कर्मचारी की मासिक बेसिक सैलरी 10,000 रुपये से अधिक है तो उन्हें 50,000 रुपये के लाभ का लाभ मिलेगा. EPFO सब्सक्राइबर्स को इसका लाभ लेने का सबसे बेहतर तरीका ये है कि अगर वो अपनी नौकरी बदलते भी हैं तो एक ही EPF अकाउंट को जारी रखें. इसके लिए आपको अपने पुराने नियोक्ता और मौजूदा नियोक्ता को जानकारी देनी होती है. आमतौर पर नौकरी करते समय पीएफ​ विड्रॉल (PF Withdarwal) नहीं करने की सलाह दी जाती है. सब्सक्राइबर्स को इससे इनकम टैक्स समेत रिटायरमेंट फंड में नुकसान हो सकता है. इससे उन्हें पेंशन बेनिफिट और लॉयल्टी का भी नुकसान होता है.

Optional Income Tax Rate (FY.2020-21)

Earning Rs 8 lakh or Rs 15 lakh?  The optional new tax regime may bring substantial tax benefit for the taxpayer depending upon the exemptions or deductions claimed by the taxpayer. Exemption/ deduction withdrawn if the assessee opts for the new tax regime: Leave travel concession House rent allowance Standard deduction available to salaried individuals Deduction for entertainment allowance and employment/professional tax Interest in respect of self-occupied or vacant property Deduction from family pension Any deduction under chapter VIA (80C, 80D, 80E etc.) Set-off the losses under house property with any other head of income If we consider a scenario where a salaried individual, having an income of Rs 8 lakh, under the new tax regime he will have to pay tax amounting to Rs 45000 without claiming any deduction. Whereas if he opts for the old scheme and claims a deduction of Rs 150000 under 80C and Rs 50000 standard deduction he will end up paying Rs 32500. Hence for him, the old tax r

मानसिक दुर्बलता

दो बातें मानसिक दुर्बलता प्रकट करती है, एक बोलने के अवसर पर चुप रहना, दूसरा चुप रहने के अवसर पर बोलना। www.sinhagroup.net

अपने चेहरे से जो जाहिर, छुपाये कैसे

अपने चेहरे से जो जाहिर, छुपाये कैसे तेरी मर्जी के मुताबिक, नज़र आये कैसे घर सजाने का तस्व्वुर, तो बहुत बाद का है पहले ये तो तय हो, इस घर को बचाये कैसे कहकहा आंखों का, वर्ताव बदल देता है हँसने वाले तुझे, आँशु नज़र आये कैसे कोई अपनी ही नज़र से, देखेगा तुझको "साजन" एक कतरे को, समंदर नज़र आये कैसे।

हौशले - तकलीफे

कभी हौशलो को ये मत बताओ कि तकलीफे कितनी है, बल्कि तकलीफों को बताओ कि हौशले कितनी है।  जिनको सपने अच्छे लगतें हैं उनको रातें छोटी लगतीं हैं, पर जिनको सपने पूरी करना अच्छा लगता है उनको दिन छोटे लगते हैं।

समुद्र को गुमान था की दुनिया को डूबा सकता हूँ

समुद्र को गुमान था की दुनिया को डूबा सकता हूँ, इतने में तेल की एक बूंद गिरी और उसपर तैरने लगी।

मंजिल मिलेगी तू चल तो सही

मंजिल मिलेगी तू चल तो सही, राहें बनेंगी, तू कुछ कर तो सही।

जितने का मजा तो तब ही आता है

जितने का मजा तो तब ही आता है, जब सब तुम्हारे हारने का ही इन्तेजार कर रहे हो।

श्रेष्ठता संस्कारों से मिलती है

श्रेष्ठता संस्कारों से मिलती है,  और ब्यवहार से सिद्ध होती है।

सांसारिक ताप से जलते हुए लोगो को तीन ही चीजें आराम दे सकती है

सांसारिक ताप से जलते हुए लोगो को तीन ही चीजें आराम दे सकती है  - सन्तान, पत्नी तथा सज्जनो की संगती।

अपनीजिंदगी की तुलना दूसरों से न करे

अपनीजिंदगी की तुलना दूसरों से न करे  सूर्य और चंद्रमा दोनों ही चमकते है  लेकिन अपने अपने समय पर

कोई भी बात बुरी लगे तो दो तरह से सोचो

किसी भी व्यक्ति की कोई भी बात बुरी लगे तो दो तरह से सोचो यदि व्यक्ति महत्वपूर्ण है तो उस बात को भूल जाओ और  यदि बात महत्वपूर्ण है तो उस व्यक्ति को ही भूल जाओ

हर मित्रता के पीछे कोई न कोई स्वार्थ छिपा होता है

हर मित्रता के पीछे कोई न कोई स्वार्थ छिपा होता है ऐसी कोई भी मित्रता नही जिसके पीछे स्वार्थ न छिपा हो यह जीवन का कड़वा सच⁰ है

कभी कभी बहरा हो जाओ

जीवन में आगे बढ़ने के लिए कभी कभी बहरा हो जाओ क्योंकि -- अधिकत लोगों की बातें मनोबल गिरने वाली होती हैं।

संसार जरूरत के नियम पर चलता है

संसार जरूरत के नियम पर चलता है सर्दियों में जिस सूरज का इंतजार होता है  उसी सूरज का गर्मियों में तिरस्कार भी होता है आपकी कीमत भी तभी तय की जाएगी  जब आपकी जरूरत होगी

जो झुकता है वही प्राप्त करता है

कुए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है तो भर कर बाहर निकलती है जीवन का भी यही गणित है, जो झुकता है वही प्राप्त करता है दादागिरी तो मुर्दे भी कर लेते हैं, लोग पैदल चलते हैं और मुर्दे कंधों पर

दूसरों की गलतियों से ही सीखो

सीखना है तो दूसरों की गलतियों से ही सीखो अपने ही उपर प्रयोग कर के सीखने के लिए तुम्हारी आयु काफी कम पड़ जाएगी

अग्नि, गुरु, ब्राह्मण, गौ, कुमारी कन्या, बृद्ध और बालक इन सातों को पैर नही लगाना चाहिए

अग्नि, गुरु, ब्राह्मण, गौ, कुमारी कन्या, बृद्ध और बालक इन सातों को पैर नही लगाना चाहिए।

सामर्थ्यवान व्यक्ति के लिए कोई भी चीज भारी नही होता

सामर्थ्यवान व्यक्ति के लिए कोई भी चीज भारी नही होता व्यपारी के लिए कोई जगह दूर नही होता विद्वान के लिए कहीं भी विदेश नही होता मधुर बोलने वालों का कोई पराया नही होता

नमक की तरह कड़वा ज्ञान देनेवाला ही सच्चा मित्र है

नमक की तरह कड़वा ज्ञान देनेवाला ही सच्चा मित्र है, इतिहास गवाह है कि नमक में कभी कीड़ा नही लगता

हरना तब आवश्यक हो जाता है

हरना तब आवश्यक हो जाता है जब लड़ाई अपनों से हो जीतना तब आवश्यक हो जाता है जब लड़ाई अपने आप से हो

गाड़ी से पाँच हाथ, घोड़े से दश हाथ

गाड़ी से पाँच हाथ, घोड़े से दश हाथ हाथी से हजार हाथ दूर रहें पर दुर्जनों से दूर रहने के लिए  यदि देश भी छोड़ना पड़े तो छोड़ दे अन्यथा हानि ही होगी।

राजनीति में हिस्सा नही लेने का सबसे बड़ा दंड

राजनीति में हिस्सा नही लेने का सबसे बड़ा दंड ये है कि आयोग व्यक्ति आप पर शासन करने लगते हैं।

पिता के द्वारा डाँटा गया पुत्र

पिता के द्वारा डाँटा गया पुत्र गुरु के द्वारा डाँटा गया शिष्य सोनार के द्वारा पीटा गया सोना ये सब आभूषण ही बनते हैं।

जब मेहनत करने के बाद भी सफलता नही मिलती

जब मेहनत करने के बाद भी सफलता नही मिलती,  तो रास्ता बदल दें सिद्धांत नही। पेड़ हमेशा पते बदलते हैं, अपना जड़ नही। गीता में साफ लिखा है, कमजोर तेरा बक्त है, तू नही।

शत्रु की दुर्बलता जानने तक उसे मित्र बना कर रखें

शत्रु की दुर्बलता जानने तक उसे मित्र बना कर रखें

व्यक्ति अपने कर्मों से महान होता है, अपने जन्म से नही

व्यक्ति अपने कर्मों से महान होता है, अपने जन्म से नही..

कदम कसम और कलम

कदम कसम और कलम हमेशा सोच समझ कर ही उठाना चाहिए

कामयाब होने के लिए अच्छे मित्रों की जरूरत होती है

कामयाब होने के लिए अच्छे मित्रों की जरूरत होती है,  और ज्यादा कामयाब होने के लिए अच्छे शत्रुओं की जरूरत होती है।

आठो कभी दूसरों का दुःख नही समझते

ये आठो कभी दूसरों का दुःख नही समझते 1.राजा, 2.वेश्या, 3.यमराज, 4.अग्नि, 5.छोटा बच्चा, 6.चोर, 7.भिखारी, 8.कर्ज वसूल करने वाला

व्यक्ति को अपनी ही पत्नी से संतोष कर लेना चाहिए

व्यक्ति को अपनी ही पत्नी से संतोष कर लेना चाहिए। चाहे वह रुपवती हो या साधारण वह सुशिक्षित हो या निरक्षर। उसकी पत्नी है यही काफी है।

कभी कुछ नया पाने के लिए वो मत खो देना जो पहले से तुम्हारा है।

कभी कुछ नया पाने के लिए वो मत खो देना जो पहले से तुम्हारा है।

चार चीजों में शर्म नही करना

चार चीजों में शर्म नही करना: पुराने कपड़ो में, गरीब साथियों में, बूढ़े माता-पिता में, सादे रहन-सहन में।

अपना दर्द सबको न बताए

अपना दर्द सबको न बताए मरहम तो एक आधे घर में ही होता है, पर नमक घर घर में होता है।

मृत्यु के बाद यही है जीवन का कड़वा सच

मृत्यु के बाद यही है जीवन का कड़वा सच: 1. "पत्नी" मकान तक 2. "समाज" शमशान तक 3. "पुत्र" अग्निदान तक और केवल आपके "कर्म" भगवान तक

Light makes everything visible But light itself is not visible

Light makes everything visible But light itself is not visible

माना कि सूरज की तरह तेज उजियारा नही हूं

माना कि सूरज की तरह तेज उजियारा नही हूं,, अंधेरो से मगर मै कभी हारा नही हूं,,, झरना ही सही छोटा सा, मगर मै समुंदर की तरह खारा नही हूं,,

मूर्ख शिस्य को पढ़ाने पर

मूर्ख शिस्य को पढ़ाने पर, दुस्ट स्त्री के साथ जीवन बिताने पर, तथा दुखियों-रोगियों के बीच में रहने पर विद्वान व्यक्ति भी दुःखी हो ही जाता है।

बुद्धिमान चुप रहते हैं समझदार बोलते हैं मूर्ख बहस करते हैं

बुद्धिमान चुप रहते हैं समझदार बोलते हैं मूर्ख बहस करते हैं।

सिर्फ पानी से नहाने वाला

सिर्फ पानी से नहाने वाला  सफल नहीं होता है,  पसीने से नहाने वाले हमेशा दुनिया बदल सकते हैं।

भाई बंधुओं की परख

भाई बंधुओं की परख संकट में और जीवन साथी की परख धन नष्ट होने पर होती है।

भूख रहते हुए भी थोड़े से ही संतोष करना

भूख रहते हुए भी थोड़े से ही संतोष करना, गहरी नींद में भी सतर्क रहना, स्वामिभक्ति एवं वीरता है सभी कुते के अच्छे गुण है जिसे सबको सीखना चाहिए।

कभी किसी के समक्ष अपनी सफाई पेश नहीं करना

कभी किसी के समक्ष अपनी सफाई पेश नहीं करना क्योंकि जिसे जिससे आप पर विश्वास है उसे इसकी जरूरत नहीं और जिसे आप पर विश्वास नहीं, वह आपकी मानेगा नहीं।

That is a good book

That is a good book which is opened with expectation and closed with profit.

अपने पुराने कागजों में ढूंढ़ना

अपने पुराने कागजों में ढूंढ़ना शायद मेरा पता निकाल आए सजा पर नहीं शिकवा मुझे अपने गरेबां में इक बार झाकना कौन जाने शायद तुम्हारी ही खता निकाल आए आज से मयखाना बंद है इस ऐलान के नहीं पाबंद हम मेरे लायक तू चाहे तो साकी तेरी आंखों में ही निकाल आए शहर में मेरे दुश्मनों की  सरगर्मी बताई जाती है ढूंढने चला तो सब पुराने दोस्त निकाल आए

मेरी हसरतों को वक़्त ने

मेरी हसरतों को वक़्त ने, इस तरह दबाया है, सारे सितारे टूट गए, चांद हुआ पराया, हम रूठ कर चल दिए, तो क्या गजब हुआ, तुमने भी तो "साजन", एक आवाज देकर न बुलाया।

Life is.....

Life is a mystery it is a combination of endless wonders  Life is a glorious gift from God there is nothing we count more precious than life Life is a race it involves preparation struggle and reward life is uncertain this is true as to its content as well as to its length Life is eternal death does not end all

Done not think other people should encourage you

Done not think other people should encourage you, support you you come to your aid. Do recognise how your courage can be under mind when you are replying on others try to rely on yourself

वह दिल ही क्या जो तेरे मिलन की दुआ ना करे

वह दिल ही क्या जो तेरे मिलन की दुआ ना करे  मैं तुझको भूल कर जिंदा रहूं खुदा ना करें  रहेगा साथ तेरा प्यार जिंदगी बन कर  यह और बात है कि जिंदगी वफ़ा ना करें  यह ठीक है कि मरता नहीं कोई जुदाई में  खुदा किसी से किसी को मगर जुदा ना करें  सुना है उसकी मोहब्बत दुआएं देती है  जो दिल में चोट खाए "साजन" मगर गिला ना करें

मेरी सोच चलती है उस ओर जिधर तुम हो

मेरी सोच चलती है उस ओर जिधर तुम हो  मेरी नजर उठती है उस ओर जिधर तुम हो  तुम्हारी याद आते ही मेरी सांसे चौकनी सी बन जाती है  मैं जिधर देखूं तुम ही तुम हो  ये आसमान ये धरती ये पेड़ और इनकी पत्तियां सारे हरित परिवेश में  मेरी हर सोच में तुम ही तुम हो आंखे बंद हो या खुली  तेरा चेहरा रहता है हर पल मेरी आंखों में "साजन"  तुम भी तो बांट लो क्यों चुप हो

जिंदगी तू हमसे खफा तो नहीं

जिंदगी तू हमसे खफा तो नहीं तू मेरी यार की तरह बेवफा तो नहीं  हाले दिल तुमसे क्या छुपाना   हाले दिल तुमसे छुपा तो नहीं  तुझ को छूकर ए जिंदगी यकीन करते हैं  अभी तक इससे तुझे कुछ हुआ तो नहीं  लाख चाहा उसे भुला डाले "साजन"  चाह कर भी उसे भुला तो नहीं

मजाल है कोई मुझे तुझसे जुदा कर दे

मजाल है कोई मुझे तुझसे जुदा कर दे  जहां भी जाए कि तुझे सदा दूंगा  तेरी गलियों में खड़ा हूं देर से मगर  किसी ने पूछ लिया तो क्या जवाब दूंगा  यूं ही उदास रहा मैं तो देखना एक दिन  तमाम शहर में तन्हाईयां बिछा दूंगा  बुलाऊंगा न मिलूंगा ना खत लिख लूंगा तुझे  तेरी खुशियों के लिए खुद को यह सजा दूंगा  अभी तो रात है कुछ देर सो लो "साजन"  कोई बुलाएगा तो मैं तुझे जगा दूंगा

बाहों में जब सिमट के आती हो

बाहों में जब सिमट के आती हो  आसमा भी जमीन सा लगता है  मेरी चाहत ने जब से चाहा तुझे   सारा आलम रंगीन लगता है  तेरी नूरानी हुस्न के आगे  चांद भी मल्लीन लगता है  जब भी पर्दा नशीन होती है  जुर्म तेरा "साजन" संगीन लगता है

हादसा बनके कोई ख्वाब बिखर जाए तो क्या हो

हादसा बनके कोई ख्वाब बिखर जाए तो क्या हो  वक्त जज्बात को तब्दील नहीं कर सकता  दूर हो जाने से एहसास नहीं मर सकता  यह मोहब्बत है दिल का रिश्ता  ऐसा रिश्ता जो जमीनों की तरह  शरहदो में कभी तब्दील नहीं हो सकता  तू किसी और की रातों का चांद सजाए  मेरी दुनिया की हर रंग में शामिल है तू  तुझ से रोशन है मेरे ख्वाब मेरी उम्मीद मैं किसी राह से गुजरू "साजन" मेरी मंजिल है तू

वैकल्पिक टैक्स स्लैब में क्या खोया क्या पाया

नय  वित्त वर्ष की शुरुआत हो चुकी है. इसी के साथ इनकम टैक्स से जुड़े कई नए नियम लागू हो गए हैं. इसके साथ ही आम लोगों को एक नए टैक्स स्लैब का भी विकल्प मिल गया है.  अगर आप पुराने टैक्स स्लैब से नए टैक्स स्लैब में स्विच करना चाहते हैं तो आपके लिए दरखाजे खुल गए हैं. हालांकि, नए टैक्स स्लैब को अपनाने वाले टैक्सपेयर्स को टैक्स डिडक्शन और एग्जेंप्शन का फायदा मामूली मिल सकेगा. पुराना टैक्स स्लैब 2.5 लाख रुपये तक कोई आयकर नहीं देना होता. 2.5 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक 5 फीसदी इनकम टैक्स था और इसमें भी रीबेट मिलता था. 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक की आय पर 20 फीसदी इनकम टैक्स लगाया जाता था. इसके अलावा 10 लाख रुपये से ज्यादा की आय पर 30 फीसदी आयकर देना होता था. हालांकि दोनों इनकम टैक्स सिस्टम में से करदाता एक को चुन सकते हैं. पुराने टैक्स स्लैब में टैक्स छूट मिलेगी. अभी तक 80C के तहत एलआईसी, पीपीएफ, एनएससी, यूलिप, ट्यूशन फीस, म्यूचुअल फंड ईएलएसएस, पेंशन फंड, होम लोन, बैंकों में टर्म डिपॉजिट, पोस्ट ऑफिस में 5 साल के डिपॉजिट और सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करके लोग टैक्स छूट का फायदे उठाते हैं

मैं दिल की दिल में रखता हूं

मैं दिल की दिल में रखता हूं  बस यही मेरा दोष है  जिसमें जितना प्यार है  उतना ही वह खामोश है  मैं अपनी कहानी कैसे कहूं  उसमें तेरा नाम भी आएगा  होगी गर रुसवाई तेरी तो  सर मेरा भी झुक जाएगा  अंजाम ए मोहब्बत क्या होगी  इसकी मुझे सोच नहीं है तू ना मुझे पहचान सकी "साजन"  बस इसी का अफसोस है

सभी बयां करते हैं अपनी उल्फत के फसाने

सभी बयां करते हैं अपनी उल्फत के फसाने  कोई लिखता है कोई गाकर सुनाता है तराने  कहते हैं इश्क है ही ऐसा गुनाह  कोई जानकर नहीं करता हो जाता है अनजाने  हद के अंदर तो सभी करते हैं मोहब्बत  हद से बाहर निकलने वाले कहलाते हैं दीवाने  तेरी याद आती है बेचैन हो उठते हैं  वक्त के हाथों मगर हम मजबूर रहते हैं  ए खुदा आज तो उससे मुलाकात हो जाए  यही दुआ मांग कर "साजन" निकलते हैं घर से

जब तेरे दर से जाता हूं

जब तेरे दर से जाता हूं  तुझे गुमशुदा साफ आता हूं  ना जाने क्या सोचकर  कुछ सपने सजाता हूं  रोज ख्वाबों में तुम आती हो  आकर मुझे सताती हो  मुझे अकेला देखकर  ना जाने क्या गुनगुनाती हो  इशारों से मैं बताता हूं  मैं भी कुछ गाता हूं  लेकिन तुझे क्या खबर है "साजन" क्यों तेरे दर से जाता हूं

दर्द के सेहरे में कुछ इस तरह

दर्द के सेहरे में कुछ इस तरह  सिमटती गई जिंदगी  हाथों से रेत की तरह  फिसलती गई जिंदगी  यूं तो कोशिशें हमने भी की थी  कुछ मोती हाथ लगे  मगर  पत्थरों से पहचान कराती गई जिंदगी  कुछ सपने हमें ले आए शहर की ओर  हकीकतो के भंवर में डुबो दी गई जिंदगी  चाहकर भी लौट ना सके हम  मजबूरियों में जकड़ती गई जिंदगी  अब तो बस आस में तैरते चले जाते हैं "साजन"  देखे किस मुकाम पर ले जाती है जिंदगी

सैलाब देख नैनों में

सैलाब देख नैनों में  सैलाब उम्र आते हैं  तबाही के दिन याद आते हैं  ढाये सितम याद आते हैं  ढलती शाम है तनहा  आंखों में प्यास है  बिना तेरे हर एक लम्हा  जिंदगी कितनी उदास है  न कोई उमंग है  न कोई तरंग है  फिर भी  जीने की लगन है  भटकते हैं हम तलाश में पनाहों की  काश उनकी जुल्फों की छांव  कहीं मिल जाती खिल उठते पलाश वीराने में "साजन"  भंवर में पार होने को नाव मिल जाती

मुझे क्या लेना है

मुझे क्या लेना है  इश्क से अपने  इश्क से भी भला  कुछ लिया जाता है  इश्क पलता है दिल में  बेटी की तरह  वफा की डोली में इसे  बिदा कर दिया जाता है  तंगदिली नहीं यह जिंदादिली है  कि उम्मीद ना करो  इश्क से कोई  बेटी के घर का भी तो पानी तक  नहीं पिया जाता है  एतबार की जख्मों से  कुर्बानी के रिवाजों तक  ता जिंदगी  बेटी की तरह इश्क में हर बार  सौगात में शगुन में  कुछ दिया जाता है  इससे भी भला "साजन"  कुछ लिया जाता है

मैंने देखा तो क्या गुनाह किया

 मैंने देखा तो क्या गुनाह किया  तुमको चाहा तो क्या गुनाह किया  वाकई तुममें क्या नजाकत है  दिल जो मचले तो क्या गुनाह किया  तुमने तो एक भी खत नहीं लिखा  मैंने लिखा तो क्या गुनाह किया  जिंदगी क्या है एक मुसीबत है  मैंने सोचा तो क्या गुनाह किया  तुमने जुल्फों को क्या बिखेरा है  दिल जो उलझा तो क्या गुनाह किया  आग कैसे भड़क उठी इस दम  बाग़ लहका तो क्या गुनाह किया  कौन सी मय पिला दिया तुमने "साजन"  दीवाना बाहका तो क्या गुनाह किया

कभी आंसू कभी खुशी बेची

कभी आंसू कभी खुशी बेची  हम गरीबों ने बेकसी बेची  चंद सांसे खरीदने के लिए  रोज थोड़ी सी जिंदगी भेजी  जब रुलाने लगे मुझे साए  मैंने उकताकर रोशनी बेची एक हम थे कि  खुद ही बिक गए "साजन* वरना दुनिया ने तो दोस्ती बेची

मेरी हसरतों को वक्त ने

मेरी हसरतों को वक्त ने  इस तरह दबाया है  सारे सितारे टूट गए  चांद हुआ पराया है हम रूठ कर चल दिए  तो क्या गजब हुआ  तुमने भी तो "साजन"  एक आवाज देकर ना बुलाया

दान क्या है..

दान क्या है? दान के बदले धन्यवाद या अपनी जयकार की अभिलाषा क्या दान को ब्यर्थ बना देता है? एक राजा था, जो प्रतिदिन अपने महल के बाहर भंडारा लगाकर भूखों को खाना खिलाता था । उस भंडारे में प्रतिदिन आसपास के निवासी आते और खाना खाते थे । राजा खाना खाने के पहले सबको भगवान से प्रार्थना करने के लिए बोलता । वह बोलता हे ईश्वर आपने हमें जीवन दिया यह भोजन दिया उसके लिए धन्यवाद है । उसी के बाद बाकी लोगों को भोजन करने की अनुमति होती थी । एक दिन कहीं बाहर से एक भूखा व्यक्ति उस भंडारे में आया राजा ने खुद उसे अपने हाथों से भोजन देते हुए भोजन से पहले ईश्वर को धन्यवाद देने के लिए कहा । परंतु उस व्यक्ति ने ऐसा नहीं किया । राजा को इस बात पर गुस्सा आया उसने कहा तुम्हें भोजन करनी है, तो ईश्वर की पूजा करनी पड़ेगी । वह व्यक्ति भी बहुत ढीठ था उसने ना तो ईश्वर की पूजा की और ना ही भोजन किया । व्ह वहां से भूखा ही चला गया ।  राजा पूरे दिन उस आदमी के के बारे में सोचता रहा ।  रात में उस राजा के स्वप्न में भगवान आए । उस राजा ने भगवान से सारी बात बताई और कहा भगवान देखिए कैसा ढीठ था उसने आपको धन्यवाद भी नहीं दिया, और मैंन

अब मैं राशन की कतारों में नजर आता हूं

अब मैं राशन की कतारों में नजर आता हूं  अपने खेतों से बिछड़ने की सजा पाता हूं  इतनी महंगाई कि बजारों से कुछ लाता हूं  अपनों में बाटकर उसे शर्मता हूं  अपनी नींदों का लहू पहुंचने की कोशिश में  जगते जगते थक जाता हूं सो जाता हूं  कोई चादर समझ कर खींच ना ले फिर से "साजन"  मैं कफन ओढ़ कर फुटपाथ पर सो जाता हूं

दान देने से पहले आपने कमजोर भाई को सहारा दो

दान देने से पहले आपने कमजोर भाई को सहारा दो, क्योंकि तुम्हारे दान की भगवान से ज़्यादा तुम्हारे भाई को जरूरत है।

कभी कुछ नया पाने के लिए वो मत खो देना जो पहले से तुम्हारा है

कभी कुछ नया पाने के लिए वो मत खो देना जो पहले से तुम्हारा है।